नवीन कल
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#hindi
मैनें देखा एक सितारा,
फ़िर किसी ने चाँद उतारा।
धीरे-धीरे रात आ गई,
चाँद की चमकदार काया भी कालिमय हो गई।
आया एक बादल रूपी नभचर,
जो आकाश में लगने लगा विचर।
चाँद फ़िर से आया,
उसने अपना चमकदार चेहरा दिखाया।
फ़िर सूरज आया,
दिखाई उसने अपनी काया।
फ़िर दिन, फ़िर रात, चलता यही क्रम,
तो कभी बरखा आती छम-छम-छम।
इसी तरह आते हैं ज़िन्दगी में पल हसीन,
तुम्हारा भी आएगा एक कल नवीन!
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